होली के एक-दूसरे में मिले रंग हमें सिखाते हैं साथ मिलकर रहना – महेश बंसीधर अग्रवाल
ठाणे। अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक पर्व होली सारे द्वेष भूल,संग मिलकर रहने की सीख देता है क्योंकि होली के रंग में सब रंग मिल जाते हैं और यही सामाजिक मेलजोल का द्योतक है। समाजहित का यह अनमोल उद्गार व्यक्त किया अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन की ठाणे शाखा के चेयरमैन महेश बंसीधर अग्रवाल ने। वे अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन व्दारा होली के उपलक्ष्य में डॉ. काशीनाथ घाणेकर नाट्यगृह,हीरानंदानी मिडोज,ठाणे में आयोजित हास्य कवि सम्मेलन के दौरान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर दिल्ली से पधारे सुप्रसिद्ध हास्य-व्यंग्य कवि अरुण जैमिनी, डॉ. कीर्ति काले,राजेश चेतन, बुलंदशहर के डॉ. अर्जुन सिसोदिया मुंबई के ही संजय बंसल, महेश दुबे आदि कवियों ने अपनी रचनाएं सुनाकर बड़ी संख्या में उपस्थित श्रोताओं को काव्यरस से सराबोर कर दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लक्ष्मीनारायण अग्रवाल (मन्नू सेठ) थे। अतिथियों में रमणलाल चौधरी,निधि गर्ग आदि मान्यवर उपस्थित थे। इस शानदार कार्यक्रम में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र अग्रवाल एवं राष्ट्रीय सचिव डॉ. सुमन अग्रवाल जैसे मान्यवरों की विशेष मौजूदगी रही। कार्यक्रम को सफल बनाने में ठाणे समिति के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल,मंत्री विशाल अग्रवाल,उपाध्यक्ष सुरेश पहाड़िया,संयोजक नितिन बज़ारी,अशोक जैन,संदीप गर्ग,राजीव अग्रवाल,वीरेंद्र रुंगटा,संजय मित्तल व सभी पदाधिकारियों का बहुत बड़ा योगदान रहा।